रविवार, 7 फ़रवरी 2021

 

Kisan Vikas Patra में कीजिए निवेश, 124 महीनों में दोगुना हो जाएगा आपका धन

किसान विकास पत्र (KVP) निवेश के लिए सबसे बेहतर विकल्प है. पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में आप निवेश के जरिए केवल 124 महीनों में अपने रुपयों को दोगुना कर सकते हैं. ब्याज दर की बात करें तो ये 6.9 फीसदी है. मौजूदा वक्त में ये सबसे फायदे का सौदा माना जा रहा है.



 किसान विकास पत्र (KVP) सरकार की बेहतरीन बचत योजनाओं में शामिल हैं, जहां पैसे के दोगुना होने की गारंटी है. इसके अलावा इस स्कीम में रुपये डूबने का कोई खतरा भी नहीं है. अगर आप निवेश करना चाहते हैं तो मौजूदा दौर में ये सबसे बेहतरीन सरकारी योजनाओं में से एक है.

किसान विकास पत्र योजना 

किसान विकास पत्र योजना उन निवेशकों के लिए बेहतर है, जो लंबी अवधि का निवेश करने की सोच रहे हैं. इस योजना में सालाना 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2020 से लागू है. इस स्कीम में निवेश करने पर आपका पैसा 124 महीने (10 साल और 4 महीने) की अवधि में डबल हो जाएगा. उदाहरण के लिए मान लीजिए कि आप इस स्कीम में 5 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो 124 महीने यानि 10 साल 4 महीने बाद आपको 10 लाख रुपये मिलेंगे. 

किसान विकास पत्र का फॉर्मूला समझिए

इस स्कीम में आप 100 रुपये के मल्टीपल गुणक को ही निवेश किया जा सकता है. इसका मतलब ये हुआ कि जो संख्या 100 से पूरी तरह भाजित (Devided) हो जाए उसी राशि का निवेश किया जा सकता है. निवेश के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपये है और अधिकतम सीमा कोई नहीं है. स्कीम के तहत, सर्टिफिकेट को कोई भी व्यस्क, अधिकतम 3 व्यस्क मिलकर ज्वॉइंट अकाउंट, 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग खरीद सकता है. इसके साथ किसी नाबालिग की ओर से कोई व्यस्क और किसी कमजोर दिमाग वाले व्यक्ति की ओर से अभिभावक भी सर्टिफिकेट को खरीद सकता है.

किसान विकास पत्र में कैसे करें निवेश

किसान विकास पत्र को पासबुक के रूप में जारी किया जाता है. इसे किसी भी डिपार्टमेंटल पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है. स्कीम में नामांकन की सुविधा उपलब्ध है. सर्टिफिकेट को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर किया जा सकता है. 

सुरक्षित है आपकी मेहनत की कमाई


बैंक के डिफॉल्ट होने की स्थिति में उसमें जमा सिर्फ पांच लाख रुपये तक ही बीमा गांरटी होती है. यह गारंटी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) बैंक ग्राहकों देता है. जबकि, डाक घर में जमा पैसों पर सॉवरेन गारंटी (Sovereign Guarantee) होती है. इसका मतलब ये है कि डाकघर में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है. डाकघर केंद्र सरकार के अंतर्गत आते हैं और अभी तक इसमें प्राइवेट सेक्टर का कोई दखल नहीं है. पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में होने की वजह से आपका पूरा पैसा पूरी तरह सुरक्षित है.

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