गुरुवार, 11 जून 2020

ICC में स्पीच: PM मोदी ने इंडस्ट्री के लोगों से कहा- आपकी पांचों उंगलियां घी में हैं

इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक समारोह में खासकर पूर्वी भारत के उद्यमियों से पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपकी तो पांचों उंगलियां घी में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना आपदा को अवसर में बदलने का एक बार फिर से आह्वान करते हुए कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत को तेजी से आगे बढ़ाना है.




  • इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स को पीएम मोदी का संबोधन

  • पीएम ने कहा कि ICC के कारोबारी के लिए काफी अवसर है


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार जिस तरह की नीतियां लेकर आ रही है उससे इंडस्ट्री को भी काफी फायदा हो रहा है. इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक समारोह में खासकर पूर्वी भारत के उद्यमियों से पीएम ने कहा कि आपकी तो पांचों उंगलियां घी में हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना आपदा को अवसर में बदलने का एक बार फिर से आह्वान करते हुए कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत को तेजी से आगे बढ़ाना है. पीएम मोदी ने इस बारे में एक मंत्र भी दिया कि इस अभियान को तेजी से कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है.


क्यों हैं कारोबारियों के लिए फायदे


पीएम ने कहा, 'देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का अभियान चल रहा है. इससे पश्चिम बंगाल में जूट का कारोबार काफी बढ़ने की संभावना है. इस एक निर्णय से आईसीसी के कारोबारियों की पांचों उंगलियां घी में हैंं, क्योंकि आप इस इलाके में काम करते हैं. जब पश्चिम बंगाल में बना जूट का बैग हर किसी के हाथ में होगा तभी यह माना जाएगा कि आपने अवसर का पूरा फायदा उठाया है.'


इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के 95वें वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के संकट से पूरी दुनिया लड़ रही है. इमसें हमारा देश जरा भी पीछे नहीं है. इन सबके बीच हर देशवासी इस संकल्प से भरा हुआ है कि इस आपदा को अवसर में बदलना है.



मुनाफा कमाने का अवसर


उन्होंने कहा, 'गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस ने लोगों को सरकार से जोड़कर मुनाफा कमाने का अवसर दिया है. ज्यादा से ज्यादा उद्यमियों को जीईएम से जोड़ने को प्रेरित करें. तो छोटे कारोबारी भी अपने प्रोडक्टस सीधे सरकार को बेच पाएंगे.'


पीएम मोदी ने कहा कि इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स का पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के विकास में काफी योगदान है. उन्होंने कहा, '1925 में अपने गठन के बाद से आजादी की लड़ाई को देखा है. विभाजन को देखा है, उसकी पीड़ा को सहा है. भारत की ग्रोथ प्रोजेक्टरी का भी आप हिस्सा रहे हैं. आपका एजीएम ऐसे समय में हो रहा है, जब हमारा देश कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है.'


 


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