सोमवार, 16 अगस्त 2021

Afghanistan में Taliban की जीत Pakistan के लिए बन सकती है मुसीबत, ये है बड़ी वजह

 तालिबान ने पाकिस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक फकीर मुहम्मद को जेल से रिहा कर दिया है. वह पिछले 8 साल से अफगानिस्तान की जेल में बंद था.


काबुल: आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) के अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जे का जश्न मना रही पाकिस्तान (Pakistan) सरकार के रंग में भंग पड़ सकता है. अफगान मीडिया के मुताबिक, अफगान तालिबान ने जिन कैदियों को अफगानिस्तान की जेल से रिहा किया है उनमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan) का डिप्टी चीफ फकीर मुहम्मद (Faqir Muhmmad) भी है.

पाकिस्तान का मोस्ट वांटेड आतंकी रिहा

बता दें कि फकीर मुहम्मद पाकिस्तान में मोस्ट वांटेड आतंकी की लिस्ट में शामिल है. फकीर मुहम्मद साल 2013 से अफगानिस्तान की जेल में बंद था. रविवार को पाकिस्तान की केंद्रीय मंत्री जरताज गूले ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे पर खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि स्वतंत्रता दिवस पर ये भारत के लिए तोहफा है.

तालिबानी आतंकियों का राष्ट्रपति भवन पर कब्जा

जान लें कि अफगानिस्तान के काबुल में स्थित राष्ट्रपति भवन पर तालिबान के आतंकवादियों का कब्जा हो चुका है. अफगानिस्तान में 20 साल तक चले युद्ध के बाद अमेरिका की आर्मी (US Army) के निकलने के कुछ दिनों के अंदर ही अफगानिस्तान के आधे से ज्यादा क्षेत्र पर तालिबान का कब्जा हो गया है.


गौरतलब है कि अफगानिस्तान के 20 से ज्यादा प्रांतों पर तालिबान कब्जा कर चुका है. माना जा रहा है तालिबान बहुत जल्द अफगानिस्तान में इस्लामिक शरिया कानून लागू कर सकता है, जिसकी वजह से लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
जान लें कि रविवार को काबुल (Kabul) में तालिबान के पहुंचने से पहले ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) ने देश छोड़ दिया. वहीं अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह काबुल छोड़कर चले गए.





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