भारतीय रेलवे 1 जून यानी सोमवार से 200 नई ट्रेनें चलाने वाला है. रेलवे के मुताबिक सभी यात्रियों को स्टेशन पर प्रवेश से लेकर यात्रा के दौरान भी फेस कवर/मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
- 1 जून 2020 से चलेंगी 200 नई ट्रेनें
- रेलवे ने जारी की सफर की गाइडलाइंस
भारतीय रेलवे 1 जून यानी सोमवार से 200 नई ट्रेनें चलाने वाला है. यह ट्रेनें वर्तमान में चल रही 15 जोड़ी श्रमिक स्पेशल और एसी स्पेशल ट्रेनों से अलग होंगी. बता दें कि इन ट्रेनों में यात्रा के लिए 21 मई से ही टिकट की बुकिंग शुरू हो चुकी है. इन ट्रेनों के लिए यात्री अब 120 दिन यानी 4 महीने पहले भी रिजर्वेशन करवा सकते हैं.
हालांकि, 1 जून से चलने वाली इन ट्रेनों में सफर को लेकर रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ गाइडलाइंस और नियम तय किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है. रेलवे की ओर से जारी नियम और दिशा-निर्देश पहले से चल रही 15 जोड़ी यानी 30 एसी स्पेशल ट्रेनों में भी लागू रहेंगे.
I would urge all the states, Railways is ready and willing to provide as many Shramik Trains as required for people wanting to go home: @PiyushGoyal #1YearofModi2
Thousands of migrant labourers who went back home now want to come back to work. The 200 trains starting from 1st June will help them to come back.
I am happy to increase this number as the demand for trains increase: @PiyushGoyal #1YearofModi2
आइए जानते हैं ट्रेन में सफर के लिए क्या हैं रेलवे के नियम...
-रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इन 200 ट्रेनों के लिए आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के अलावा रेलवे स्टेशन के काउंटर, पोस्ट ऑफिस, यात्री टिकट सुविधा केंद्र, आधिकारिक एजेंट, पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम और कॉमन सर्विस सेंटर्स से भी टिकट बुक करवा सकते हैं.
-रेलवे ने सभी विशेष ट्रेनों के लिए अग्रिम आरक्षण की अवधि (ARP) को 30 दिन से बढ़ाकर 120 दिन कर दिया है. इनमें 12 मई से राजधानी ट्रेन के मार्ग पर संचालित 15 जोड़ी ट्रेनें और एक जून से चलने जा रहीं 100 जोड़ी नयी ट्रेनें शामिल हैं. यानी यात्री इन ट्रेनों के लिए टिकट की बुकिंग यात्रा के दिन से 120 दिन पहले भी करा सकेंगे. इसके साथ ही यात्री एक 1 जून से यात्रा के लिए तत्काल टिकट और करेंट बुकिंग जैसी सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. यानी यात्री 1 जून को सफर के लिए 31 मई को तत्काल टिकट बनवा पाएंगे.
-यात्रा के दौरान किसी भी यात्री को कोई अनारक्षित (यूटीएस) टिकट जारी नहीं किया जाएगा और न ही कोई अन्य टिकट जारी किया जाएगा. यानी टिकट चेक करने वाले अधिकारी को यात्रा के दौरान टिकट देने का अधिकार नहीं होगा.
- RAC और वेटिंग टिकट मौजूदा नियमों के अनुसार ही दिया जाएगा, हालांकि वेटिंग टिकट वाले व्यक्ति को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. बता दें कि वर्तमान नियमों के मुताबिक एसी 1 में 20, एसी 2 में 50, एसी 3 में 100 और स्लीपर कोच में 200 वेटिंग टिकट बुक किए जा सकते हैं.
-पहले चार्ट को ट्रेन के चलने के समय से कम से कम 4 घंटे पहले तैयार किया जाएगा और दूसरे चार्ट को निर्धारित प्रस्थान समय से कम से कम 2 घंटे पहले तैयार किया जाएगा. अभी तक दूसरा चार्ट 30 मिनट पहले तैयार किया जाता था. पहले और दूसरे चार्ट की तैयारी के बीच केवल ऑनलाइन टिकट बुकिंग की अनुमति होगी.
ट्रेन में सफर से पहले रखें इन बातों का ध्यान
-सभी यात्रियों को प्रवेश के दौरान और यात्रा के दौरान फेस कवर/मास्क पहनना अनिवार्य होगा. अपने गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने के बाद यात्रियों को स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करना होगा जो वहां के राज्य/केंद्रशासित प्रदेश द्वारा बनाए गए हैं.
-स्टेशन पर थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा के लिए यात्रियों को कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा.
- बीमार लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी. यात्री स्टेशन और ट्रेनों दोनों पर सोशल डिस्टेंस बनाए रखना होगा.
-केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने की अनुमति होगी.
-ट्रेन के अंदर कोई भी कंबर या चादर उपलब्ध नहीं कराई जाएगी.
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