मुजफ्फरनगर पुलिस ने बेवजह घूमते और तफरी करते लोगों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है. मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक यादव ने वीडियो के आधार पर ऐसे कुछ लोगों के नाम की लॉटरी निकाली. लॉटरी के आधार पर FIR दर्ज कर उसकी कॉपी संबंधित व्यक्तियों के घर भिजवाई.
- पुलिस को देख अंदर जाते हैं, फिर बाहर चौराहों पर आ जाते हैं लोग
- एसएसपी ने किया था इलाकों का दौरा, कहा था- होगी कार्रवाई
महामारी का रूप लेती जा रही कोरोना वायरस की बीमारी के कारण देश में लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के उल्लंघन की खबरें भी लगातार आ रही हैं. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों से लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने को कहा था. अब सरकारें भी सख्त रवैया अख्तियार करने लगी हैं. उत्तर प्रदेश में पुलिस ने लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया है.
मुजफ्फरनगर पुलिस ने बेवजह घूमते और तफरी करते लोगों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है. मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक यादव ने वीडियो के आधार पर ऐसे कुछ लोगों के नाम की लॉटरी निकाली. लॉटरी के आधार पर FIR दर्ज कर उसकी कॉपी संबंधित व्यक्तियों के घर भिजवाई. लॉटरी में पहला नाम उमरदराज के पुत्र शादाब का नाम निकला.
पुलिस के अनुसार एफआईआर दर्ज कर कॉपी घर भिजवाए जाने के बाद भी यदि वह व्यक्ति घूमता दिखा, तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा. गौरतलब है कि एसएसपी अभिषेक यादव ने शुक्रवार को उन इलाकों का दौरा किया, जहां लोगों के लॉकडाउन का पालन नहीं करने खबर थी. एसएसपी ने गलियों में घूम-घूमकर लाउडस्पीकर से ऐलान किया कि जो घरों के बाहर दिखेंगे, वीडियो बनाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा था कि वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज कर उसकी होम डिलीवरी कराई जाएगी. इसी के अनुपालन में पुलिस ने वीडियो के आधार पर लॉटरी निकाल एफआईआर दर्ज की. बता दें कि कई इलाकों में लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे. पुलिस को देखते ही लोग अपने घर में चले जाते हैं, लेकिन पुलिस के जाते ही फिर लोगों का झुंड गलियों में, नुक्कड़ पर, चौराहे पर दिखाई देने लगता था.
बता दें कि एक दिन पहले ही मुजफ्फरनगर में पुलिस पर पथराव की घटना भी सामने आई थी. झुंड में खड़े लोगों को लॉकडाउन का अनुपालन करने के लिए समझाने पहुंची पुलिस टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया था.
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