मंगलवार, 31 मार्च 2020

बढ़त के साथ शेयर बाजार की शुरुआत, सेंसेक्स में 1500 अंक की रिकवरी

सप्ताह के पहले दिन सोमवार को सेंसेक्स सोमवार को 1,375 अंक से अधिक का गोता लगा गया था. इसी तरह, निफ्टी 379.15 अंक यानी 4.38 प्रतिशत का गोता लगाकर 8,281.10 अंक पर बंद हुआ.




  • सोमवार को सेंसेक्स—निफ्टी में आई बड़ी गिरावट

  • रेटिंग एजेंसियों के जीडीपी अनुमान का पड़ा असर


सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई. शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स करीब 500 अंक मजबूत होकर 29 हजार अंक के पार कारोबार करता दिखा तो वहीं निफ्टी 150 अंक से ज्यादा मजबूत था.


इस दौरान निफ्टी 8500 अंक के पार कारोबार कर रहा था. शुरुआती कारोबार में जिन शेयरों में बढ़त दर्ज की गई उनमें टाटा स्टील, एचडीएफसी, एक्सिस और रिलायंस शामिल हैं. वहीं, गिरावट वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, बजाज आॅटो, मारुति और टाइटन हैं.


रुपये का क्या है हाल


इसके अलावा रुपये की शुरुआत मजबूती के साथ हुई. डॉलर के मुकाबले रुपया 9 पैसे मजबूत होकर 75.52 के स्तर पर खुला. एक दिन पहले के कारोबार में रुपये में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 72 पैसे कमजोर होकर 75.61 के स्तर पर बंद हुआ था.


सोमवार को बाजार का हाल


इससे एक दिन पहले बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. सोमवार को तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 1,500 अंक से अधिक नीचे आ गया था। लेकिन अंत में यह 1,375.27 अंक यानी 4.61 प्रतिशत लुढ़क कर 28,440.32 अंक पर बंद हुआ. एक दिन पहले के लिहाज से तुलना करें तो 1500 अंक से ​अधिक की रिकवरी दिख रही है. इसी तरह, सोमवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 379.15 अंक यानी 4.38 प्रतिशत का गोता लगाकर 8,281.10 अंक पर बंद हुआ.


रेटिंग एजेंसियों ने ग्रोथ रेट अनुमान घटाया


बता दें कि विभिन्न रेटिंग एजेंसियों के देश की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान कम करने की वजह से बाजार में सोमवार को गिरावट दर्ज की गई. रेटिंग एजेंसी फिच सोल्यूशंस ने अगले वित्त वर्ष 2020-21 के लिये भारत का जीडीपी वृद्धि दर अनुमान कम कर 4.6 प्रतिशत कर दिया है.


इसी तरह, इंडिया रेटिंग्स एं रिसर्च ने भी वित्त वर्ष 2020-21 के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 5.5 प्रतिशत से कम कर 3.6 प्रतिशत कर दिया है. वहीं वैश्विक मोर्चे पर अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने शुक्रवार को कहा कि दुनिया मंदी में प्रवेश कर रही है. स्थिति 2009 के मुकाबले ज्यादा खराब है.


 


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